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आइए आज जानते हैं गुरु पूर्णिमा पर सच्चे गुरु की पहचान!
गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है, इस दिन महर्षि वेद व्यास जी का जन्मदिवस भी होता ।
आज के दिन सभी लोग अपने अपने गुरु की पूजा करते हैं पर क्या आपने कभी सोचा है कि पूरा गुरु कौन है?
तो आज जानिए इस मुख्य अवसर पर पूरे गुरु की पहचान!
वर्तमान में पूरे विश्व में अनेक गुरु है उनमें से सिर्फ एक ही सच्चा गुरु है क्योंकि एक समय में सिर्फ एक ही सच्चा गुरु होता है जो नाम दीक्षा देने का अधिकारी होता है।
लेकिन इन गुरुओं की भीड़ में सच्चे गुरु यानी सतगुरु की पहचान करने के लिए अपने शास्त्र देखें!
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आइए आज जानते हैं गुरु पूर्णिमा पर सच्चे गुरु की पहचान!
गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है, इस दिन महर्षि वेद व्यास जी का जन्मदिवस भी होता ।
आज के दिन सभी लोग अपने अपने गुरु की पूजा करते हैं पर क्या आपने कभी सोचा है कि पूरा गुरु कौन है?
तो आज जानिए इस मुख्य अवसर पर पूरे गुरु की पहचान!
वर्तमान में पूरे विश्व में अनेक गुरु है उनमें से सिर्फ एक ही सच्चा गुरु है क्योंकि एक समय में सिर्फ एक ही सच्चा गुरु होता है जो नाम दीक्षा देने का अधिकारी होता है।
लेकिन इन गुरुओं की भीड़ में सच्चे गुरु यानी सतगुरु की पहचान करने के लिए अपने शास्त्र देखें!
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सच्चे गुरु यानी सतगुरु की पहचान।
True Guru "Jagat Guru Saint Rampal ji" |
- पवित्र गीता जी में पूर्ण गुरु की पहचान :-
श्रीमद्भगवत गीता अध्याय 15 श्लोक 1 - 4, 16, 17 में कहा गया है जो संत इस संसार रूपी उल्टे लटके हुए वृक्ष के सभी विभाग बता देगा वह पूर्ण गुरु/सच्चा सद्गुरु है।
- वेदों में पूर्ण गुरु की पहचान:-
यजुर्वेद अध्याय 19 मंत्र 25, 26 में लिखा है कि पूर्ण गुरु वेदों के अधूरे वाक्यों अर्थात् सांकेतिक शब्दों व एक चौथाई श्लोकों को
पूरा करके विस्तार से बताएगा व तीन समय की पूजा बताएगा।
- कबीर परमात्मा ने अपने शिष्य धर्मदास को बताया कि जो मेरा संत सतभक्ति मार्ग को बताएगा उसके साथ सभी संत व महंत झगड़ा करेंगे यह उसकी पहचान होगी।
जो मम संत सत उपदेश दृढ़ावे।
वाके संग सभी राड बढ़ावे।।
- सतगुरु की पहचान संत गरीबदास जी की वाणी में -
”सतगुरु के लक्षण कहूं, मधुरे बैन विनोद। चार वेद षट शास्त्र, कहै अठारा बोध।।“
पूर्ण संत चारों वेदों, छः शास्त्रों, अठारह पुराणों आदि सभी ग्रंथों का पूर्ण जानकार होगा। अर्थात् उनका सार निकाल कर बताएगा।
- श्री नानक देव जी की वाणी में पूर्ण गुरु की पहचान
जै पंडित तु पढि़या, बिना दुउ अखर दुउ नामा।
प्रणवत नानक एक लंघाए, जे कर सच समावा।
गुरु नानक जी महाराज अपनी वाणी द्वारा समाझाना चाहते हैं कि पूरा सतगुरु वही है जो दो अक्षर के जाप के बारे में जानता है।
- चहऊं का संग, चहऊं का मीत, जामै चारि हटावै नित।
मन पवन को राखै बंद, लहे त्रिकुटी त्रिवैणी संध।।
पूर्ण सतगुरु वही है जो तीन बार में नाम दे और स्वांस की क्रिया के साथ सुमिरण का तरीका बताए। तभी जीव का मोक्ष संभव है।
💎पूर्ण संत की पहचान होती है कि वर्तमान के धर्म गुरु उसके विरोध में खड़े होकर राजा व प्रजा को गुमराह करके उसके ऊपर अत्याचार करवाते हैं।
उपर्युक्त पहचान सिर्फ जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज पर सिद्ध होती है।
अधिक जानकारी के लिए अवश्य देखिए
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जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से निशुल्क नाम दीक्षा लेने के लिए यह फॉर्म अवश्य भरे।
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5 Comments
Very nice blog 👌
ReplyDeleteब्लाग पढ़ने के बाद बहुत ही जबरदस्त जानकारी हुई पूर्ण संत केवल संतरामपालजी महाराज हैं।
ReplyDeletePurn Guru hai Rampal Ji Maharaj
ReplyDeleteSat sahib ji
ReplyDeleteVery nice real Gyan real proof
ReplyDeleteReal Satguru Sant Rampal Ji Maharaj